अतिरिक्त >> मुझे याद है मुझे याद हैरामवृक्ष बेनीपुरी
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मुझे याद है पुस्तक का किंडल संस्करण...
किंडल संस्करण
साहित्य महारथी स्वर्गीय श्रीरामवृक्ष बेनीपुरी का जीवन बड़ा ही घटनापूर्ण रहा है। साहित्य, राजनीति और पत्रकारिता का एक ही व्यक्तित्व में ऐसा अनुपम समावेश दूसरा शायद ही मिले। अड़सठ साल का बेनीपुरी का जीवन, अड़सठ हजार ऐसी घटनाओं से भरा है कि उनकी जीवन-कथा अपने आप में एक रोमांचक गाथा है। लेकिन रंगीन व वैविध्यपूर्ण जीवन का इतना बड़ा खजाना रखकर भी बेनीपुरी जी ने जाब्ते से अपनी आत्मकथा नहीं लिखी। हाँ, बर्नार्डशा के ‘सिक्स्टीन सेल्फ स्केचेज’ के ढंग पर उन्होंने ‘नई धारा’ के कई अंकों में ‘मुझे याद है’ शीर्षक से जो व्यक्तिगत, संस्मरणात्मक लेखमाला लिखी थी, उसी का संकलन है यह ग्रन्थ, ‘मुझे याद है’।
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